屈秉筠 Qu Bingyun (spätes 18. Jhd.)
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青玉案•五更 |
Qing Yu An: Die fünfte Doppelstunde |
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| 一灯红剩残花滴。 |
Die einzelne Laterne glüht rot, letzte Funken tropfen |
| 觉帐底浓寒袭。 |
Hinter dem Bettvorhang spüre ich, wie mich eine schneidende Kälte befällt |
| 倚枕听时声响寂。 |
Ich lehne am Kissen und höre die einsamen Stundenklänge |
| 钟儿敲毕。 |
Als die Glocken ausgeläutet |
| 鸡儿啼歇。 |
Und die Hähne ausgekräht haben |
| 窗影依然黑。 |
Ist das Fenster noch immer schwarz |
| 此时小梦刚收拾。 |
In diesem Moment ist mein kurzer Traum eben verschwunden |
| 又几许闲愁积。 |
Da kommen wieder so viele unnütze Sorgen zusammen |
| 耐得绣衾频转侧。 |
Dass ich mich in meiner bestickten Decke nur hin- und herwälzen kann |
| 凄凄恻恻。 |
Während ich mich trostlos und kummervoll |
| 思思忆忆。 |
Gedankenverloren erinnere |
| 误了东方白。 |
Verpasse ich, wie es hell wird im Osten |